आओ हम सब मकर संक्रांति मनाये
तिल के लड्डू खाये
आओ खुशियां मनाये
नीली, पीली रंग-बिरंगी पतंग उड़ाये
आओ मिलकर पेच लड़ाये
हवा में पतंग लहराये
पतंग हिचकोले खाती जाए
सब मिलकर नाचे गाये
रेवड़ी, तिल के लड्डू बांटे
आओ मिल जुलकर खाये
गंगा में डुबकी लगाये
करे शीतल तन और मन
दान करे गुड़, तिल, वस्त्र आदि
आओ हम सब पुण्य कमाये
ईश्वर से वर मांगे सब मंगल हो।
✍️ मीता लुनिवाल ( जयपुर, राजस्थान )
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