खुशियां मानते है नव वर्ष है आया
ग़म भूल जाते हैं नव वर्ष है आया
नई तरंगे नई उमंगे भरा यह वर्ष हो
गुजरे साल जैसा ना यह वर्ष हो
खुशियां मनाते हैं नव वर्ष है आया
अमन की रोशनी फैलाएं देश में ऐसी
संसार में चमक हो चांद सितारों जैसी
शिकवा ना शिकायत बस प्यार हो
हर दिल में चाहत का इकरार हो
खुशियां मनाते हैं नव वर्ष है आया
हर एक चेहरा मुस्कुराता हो
हर कोई प्यार के गीत गुनगुनाता हो
देकर जाए नया साल नया जीवन
कहता है यह मेरे दिल का दर्पण
खुशियां मनाते हैं नव वर्ष है आया
नई सुबह की किरणें नया पैगाम लाए
हाथों में खुशियों का पुष्प खिल जाए
नफरत मिट जाए सबके दिल से
सदा आ रही है हर एक के दिल से
खुशियां मनाते हैं नव वर्ष है आया
✍️ मुकेश बिस्सा ( जैसलमेर, राजस्थान )
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