"गणितज्ञों के गणितज्ञ" तेजस तारा जहान,
प्रतिभा के धनी, श्रीनिवास रामानुजन जी महान।
संख्या, सांख्यिकी, सिद्धांत, प्रमेय श्रेष्ठ शोध सृजन
अंकों के कुशाग्र जादूगर, हमारा शत शत नमन।
शोध नित नए, जोड़-तोड़ गणित के आविष्कार,
मानवजाति पर आपने किया हैं अनंत उपकार।
सागर की गहराई छूती, नभ का अंतर भेदती,
ज्ञान गणितगंगा आगे आगे निरंतर बहती।
ज्ञानी प्रबुद्ध जन करे गौरव ज्ञान गुणगान,
भारत माता के सुपुत्र थे, हो गणितज्ञ महान।
प्रमेय, सिद्धातों के विलक्षण ज्ञानी सृजनकार,
कल्याणकारी संकल्पनायें आपसे ही साकार।
छोटा-सा जीवन, गौरवशाली गरिमामयी व्यक्तित्व,
ज्ञान सागर से भरी गागर-सा अद्भुत, विराट कृतित्व।
समस्त जगत आपका सदैव अतिशय आभारी रहेगा,
भारत माता के सुपुत्र, आपका जयकारा नित गूंजेगा।
प्रगति विकास पथ, राह प्रशस्त, किया दीप उजियार,
नमन गुणवंत, सादर वंदन, युग-युग तक होगा झंकार।
✍️ चंचल जैन ( मुंबई, महाराष्ट्र )
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