गुरुवार, दिसंबर 02, 2021

पुनीत अनुपम साहित्यिक समूह द्वारा आयोजित ऑनलाइन 'काया विशेष साहित्यिक महोत्सव' को अपनी रचनाओं से सुशोभित करने वाले प्रतिभागी रचनाकार सम्मानित।

पुनीत अनुपम साहित्यिक समूह द्वारा शारीरिक अंगों की महत्वता तथा विशेषता दर्शाने के लिए ऑनलाइन काया विशेष साहित्यिक महोत्सव का आयोजन किया गया। जिसका 'विषय - शरीर के अंग और नज़रिए के रंग' रखा गया। इस महोत्सव में अर्चना वर्मा (क्यूबेक, कनाडा) सहित देश के अलग-अलग राज्यों के रचनाकारों ने भाग लिया तथा एक से बढ़कर एक बेहतरीन शरीर के अंगों के महत्व तथा विशेषता पर आधारित रचनाओं को प्रस्तुत कर ऑनलाइन काया विशेष साहित्यिक महोत्सव में चार चाँद लगा दिए। इस महोत्सव में चंचल जैन (मुंबई, महाराष्ट्र) और संध्या शर्मा (मोहाली, पंजाब) की रचनाओं ने सभी का ध्यान विशेष रूप से आकर्षित किया। इस महोत्सव में सम्मिलित सभी प्रतिभागी रचनाकार शख्सियतों को ऑनलाइन "पुनीत साहित्य स्वर्ण" सम्मान देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर समूह के संस्थापक एवं अध्यक्ष पुनीत कुमार जी ने काया को ईश्वर का अनमोल उपहार बताते हुए काया के समस्त अंगो का ध्यान रखने के लिए रचनाकारों को प्रेरित किया और महोत्सव में प्रस्तुत की गई रचनाओं पर अपनी महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया देकर रचनाकारों का मार्गदर्शन तथा उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि समूह आगे भी इसी तरह से अपने सामाजिक दायित्व की पूर्ति हेतु ऑनलाइन साहित्यिक महोत्सव आयोजित करता रहेगा तथा नए रचनाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए ऑनलाइन साहित्यिक मंच उपलब्ध करवाता रहेगा। इस महोत्सव में उत्कृष्ट रचना प्रस्तुत करके समूह की शोभा बढ़ाने वालों में प्रमुख नाम संध्या शर्मा, कुसुम अशोक सुराणा, चंचल जैन, मीता लुनिवाल, डाॅ. ऋतु नागर, सुनीता सोलंकी 'मीना', अर्चना वर्मा, सरिता सागर रचनाकारों के रहे।

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