पुनीत अनुपम साहित्यिक समूह द्वारा पावन पर्व दशहरा के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन "दशहरा साहित्यिक महोत्सव" का आयोजन किया गया। जिसका विषय 'अच्छाई की ताकत' रखा गया। इस महोत्सव में देश के अलग-अलग राज्यों के रचनाकारों ने भाग लिया तथा सच्चाई और अच्छाई की ताकत पर आधारित अपनी बेहतरीन रचनाओं को प्रस्तुत कर लोगों को सदा सच्चाई और अच्छाई का साथ देने के लिए प्रेरित किया। इस महोत्सव में सम्मिलित सभी प्रतिभागी रचनाकार शख्सियतों को ऑनलाइन "पुनीत सर्वोत्तम रचनाकार" सम्मान देकर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही समूह द्वारा आयोजित "लघु ई-पुस्तक रचना कार्यक्रम" में शामिल होकर 'सोच का सागर' नाम की लघु ई-पुस्तक की रचना करने के लिए मीता लुनिवाल ( जयपुर, राजस्थान ) को विशेष तौर पर ऑनलाइन "पुनीत कलम गौरव" सम्मान देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर समूह के संस्थापक एवं अध्यक्ष पुनीत कुमार जी ने सभी देशवासियों को पावन पर्व दशहरा की शुभकामनाएं दी और महोत्सव में प्रस्तुत की गई रचनाओं पर अपनी महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया देकर रचनाकारों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने समूह द्वारा आयोजित होने वाले विभिन्न ऑनलाइन साहित्यिक कार्यक्रमों में सम्मिलित होने के लिए हिंदी रचनाकारों को सादर आमंत्रित भी किया। इस महोत्सव में उत्कृष्ट रचना प्रस्तुत करके समूह की शोभा बढ़ाने वालों में प्रमुख नाम सरोज कंचन, डाॅ. ऋतु नागर, डॉ. सुधा मिश्रा, प्रतिभा तिवारी, पल्लवी सिन्हा, डॉ. उमा सिंह बघेल, मुकेश बिस्सा, मीता लुनिवाल रचनाकारों के रहे।
रचनाकारों, कलाकारों, प्रतिभाशाली लोगों और उत्कृष्ट कार्य करने वाली शख्सियतों को प्रोत्साहित करने का विशेष मंच।
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पुनीत अनुपम ग्रुप द्वारा आयोजित ऑनलाइन स्नेह ध्येय सृजन महोत्सव के प्रतिभागी रचनाकार सम्मानित।
पुनीत अनुपम ग्रुप द्वारा लोगों को स्नेह के महत्व और विशेषता का अहसास करवाने के उद्देश्य से ऑनलाइन स्नेह ध्येय सृजन महोत्सव का आयोजन किया गया...
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बन जाते हैं कुछ रिश्ते ऐसे भी जो बांध देते हैं, हमें किसी से भी कुछ रिश्ते ईश्वर की देन होते हैं कुछ रिश्ते हम स्वयं बनाते हैं। बन जाते हैं ...
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हे प्रियतम ! आपसे मैं हूँ और आपसे ही मेरा श्रृंगार......। नही चाहिए मुझे कोई श्रृंगार-स्वर्ण मिल जाए बस आपका स्नेह.. ...
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