उन शहीदों की दी गई कुर्बानियों को
उन वीर सपूतों को कुछ तो तुम याद करो
उन माँ के लालों का तुम भी सम्मान करों
जो सो गए ,चुप हो गए ,जो मिट गए
इस कर्म भूमि पर अपने प्राण त्याग गए
जो घर परिवार से जुदा हो गए
फूलों की सेज छोड़ काटों पर सो गए
जो अपनो के लिए हर ज़ुल्म सह गए
उन वीरों का मान रखो सम्मान रखों
मत खोना तुम इस आजादी को
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