जो देते हमे ज्ञान पल-पल में अपार
पहला गुरु होती है माँ जो लाती
हमे दुनिया मे सहके दुख अपार
सिखाती प्यार और विश्वास
दूसरा गुरु होता है पिता
जो सिखाता दुनिया में
जीने के गुण अपार
तीसरा गुरु होता है शिक्षक
जो हमे अच्छे-बुरे का ज्ञान कराता
ज्ञान से जीवन जग-मग कर देता
चौथा गुरु होता है दोस्त
जो सहयोग, ईमानदारी,
वफादारी का पाठ पढ़ाता
पाँचवा गुरु होते रिश्तेदार
जो जरूरत के मुताबिक
रिश्ते निभाना सिखाते
फिर वो हर व्यक्ति गुरु है
जो जीवन में हमे भला-बुरा
जैसा भी है ज्ञान कराते
नए नए अनुभव कराते
नई नई कई सीख है देते
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